सुचना प्रोद्योगिकी के आधार
सुचना प्रोद्योगिकी (Information Technology)
इलेक्ट्रोनिक उपकरणों (साॅफ्टवेयर एवं हार्डवेयर) के माध्यम से आँकडो की प्राप्ति, सुचना का संग्रह, अध्ययन एवं आदान प्रदान आदी कार्यो का निष्पादन करना सुचना प्रोद्योगिकी कहलाता है।
विश्व मे सुचना प्रोद्योगिकी के प्रमुख क्षेत्र कैलिफोर्निया की सुनहरी घाटी एवं भारत के बंगलूरू मे स्थित है।
सुचना तकनीकी की शुरूआत 1438 मे गुटेनबर्ग (जर्मनी) के द्वारा प्रिंटिंग प्रेस के आविष्कार के साथ हुई।
1837 मे अमेरिका के मार्स ने टेलीग्राफ का आविष्कार किया।
1876 मे स्कोटलैंड के ग्राहमबेल द्वारा टेलिफोन का आविष्कार किया गया।
1895 मे मारकोनी (इटली) ने रेडियो का आविष्कार किया।
1925 मे बेयर्ड (स्कोटलैंड) ने TV का आविष्कार किया।
सुचना प्रोद्योगिकी शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग हावर्ड बिजनेस रिव्यु नामक लेख मे किया गया।
1957 मे रूस के द्वारा प्रथम संचार उपग्रह स्पुतनिक प्रक्षेपित किया गया।
1960 मे अमेरिका द्वारा पहली बार शैक्षणिक तकनिकी शब्द का प्रयोग किया गया।
सुचना प्रोद्योगिकी के क्षेत्र
E-Education
E- Banking
ATM
E-Commerce
E-Governance
अनुसंधान एवं सेवा क्षेत्र
चिकित्सा क्षेत्र
दूरसंचार
उपग्रह
Artificial intelligence
Computer & Mobile
Management
IT Act - 2000
लागु - 17 अक्टूबर 2000
इसमे 13 अध्याय एवं 94 धाराएँ है।
सुचना प्रोद्योगिकी के आधार/घटक
1) कम्प्यूटर हार्डवेयर प्रौद्योगिकी
इसमे माइक्रो कम्प्यूटर, मेनफ्रेम कम्प्यूटर, इनपुट डिवाइसेज, आउटपुट डिवाइसेज, आदी को शामिल किया जाता है।
2) कम्प्यूटर साॅफ्टवेयर प्रौद्योगिकी
इसमे ऑपरेटिंग सिस्टम, DBMS आदी को शामिल किया जाता है।
3) दूरसंचार व नेटवर्क प्रोद्योगिकी
इसके अंतर्गत दूरसंचार के साधन एवं नेटवर्को को सम्मानित किया गया है।
4) मानव संसाधन
No comments:
Post a Comment
Comment us